कृष्णमोहन झा (1968- )
जन्म मधेपुरा जिलाक जीतपुर गाममे। “विजयदेव नारायण साही की काव्यानुभूति की बनावट” विषयपर जे.एन.यू. सँ एम.फिल आ ओतहिसँ “निर्मल वर्मा के कथा साहित्य में प्रेम की परिकल्पना” विषयपर पी.एच.डी.। हिन्दीमे एकटा कविता सँग्रह “समय को चीरकर” आ मैथिलीमे “एकटा हेरायल दुनिया” प्रकाशित। हिन्दी कविता लेल “कन्हैया स्मृति सम्मान”(1998) आ “हेमंत स्मृति कविता पुरस्कार” (2003)। असम विश्वविद्यालय, सिल्चरक हिन्दी विभागमे अध्यापन।—सम्पादक
दुनूकेँ
माछकेँ देखैत अछि स्त्री
स्त्री केँ देखैत अछि माछ
अहाँ दुनू केँ देखि रहल छी
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